*हरिद्वार। श्रीरामलीला कमेटी रजि0 हरिद्वार ने सनातन का पालन करते हुए तथा संस्कार एवं संस्कृति का संरक्षण करते हुए अपने 102वें वर्ष में प्रवेश करते हुए 102वें वार्षिकोत्सव का शुभारंभ गणेश पूजन के साथ किया।*
आज श्री राम लीला कमेटी के उद्घाटन सत्र का प्रारंभ करते हुये जूना अखाड़ा के संत तथा स्वतंत्र पूरी आश्रम के श्री महंत तथा अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री जुना अखाड़ा श्री केदार पुरी जी एवं जूना अखाड़ा के संतों द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की लीला का मंचन का शुभारंभ नारियल फोड़ कर एवम रिबन काटकर संयुक्त रूप से किया गया।
इस पावन अवसर पर महंत श्री केदार पुरी जी द्वारा बड़ी रामलीला के 100 वर्ष से अधिक पूर्ण होने पर बधाई देते हुए कहा कि मुझे आज बहुत ही प्रसन्नता हो रही है कि श्री रामलीला कमेटी हर वर्ष सनातन धर्म परंपरा को आगे बढ़ाया है तथा इसके लिए मैं श्री राम लीला कमेटी के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र चड्ढा जी को एवं उनकी सम्पूर्ण कार्यकारिणी को बहुत बहुत शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं। श्री महंत जी ने कहा कि धर्म के सापेक्ष आचरण करने से व्यक्ति के कार्य पवित्र हो जाते हैं और भगवान राम के जीवन चरित्र को आत्मसात करने वाला समाज में सम्मान का पात्र बनता है। श्री महंत जी ने कहा कि रामलीला कमेटी हमें अपने अतीत पर गौरवान्वित होने के मौलिक स्वरुप का दर्शन कराती है।
श्री राम लीला सम्पत्ति कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सुनील भसीन ने कहा कि हरिद्वार की यह बड़ी रामलीला संपूर्ण भारत वर्ष में हरिद्वार का गौरव बढ़ा रही है। तथा वर्तमान समय एवम परिस्थितियों में रामलीला का मंचन वास्तव सनातन के प्रति एक नेक कार्य है तथा इस कार्य में जुटे सभी सदस्य एवं अध्यक्ष श्री वीरेंद्र चडढ़ा बधाई के पात्र हैं।
मंच का संचालन करते हुए श्री रामलीला कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनय सिंघल एवम मंत्री श्री संदीप कपूर ने
ने इन्द्र दरबार एवं नारद मोह की लीला का सार समझाते कहा कि अनादि काल से भारत राजदरबारी सभ्यता से गौरवान्वित रहा है।
दादा गुरु श्री भगवत मुन्ना एवम उनके सहयोगी श्री मनोज सहगल एवम संगीत दिग्दर्शक श्री विनोद नयन
के निर्देशन में इन्द्र के मौलिक दरबार की प्रस्तुति के साथ ही दरबार में नारद की तपस्या को भंग करने पर विचार विमर्श हुआ।
वीरेंद्र चड्ढा ने बताया की श्रीरामलीला कमेटी ने पहले दिन ही यह संदेश दिया कि अभिमान व्यक्ति के पतन का कारण बनता है और अभिमान आने पर व्यक्ति के तप, साधना, संयम, ईमानदारी एवं निष्ठा सभी गौण हो जाते हैं। उन्होंने कहा की रामलीला का यह दर्शन हमारे संत समाज और सद्गृहस्थ सभी को अभिमान के परित्याग की प्रेरणा देता है।
श्रीरामलीला के मंचन का शुभारम्भ कराने आये अतिथियों का अभिनन्दन करने वालों में प्रमुख ट्रस्ट के मंत्री श्री रविकांत अग्रवाल, कमेटी के महामंत्री श्री महाराज कृष्ण सेठ एवम कोषाध्यक्ष श्री रविंद्र अग्रवाल ने पटका ओढ़ा कर एवम माला पहना कर अतिथियों का स्वागत किया। पंडाल प्रभारी ऋषभ मल्होत्रा एवं श्री राहुल वशिष्ट, कार्यालय प्रभारी पवन शर्मा एवं विशाल गोस्वामी द्वारा माला पहना कर एवम पटका ओढ़ा कर जूना अखाड़े के महा मंडलेशवर का स्वागत किया गया । जिला उपभोक्ता फॉर्म की पूर्व सदस्या अंजना चड्डा, उपमंत्री कन्हैया खेवडिया, दृश्यावली प्रभारी अनिल सुखीजा, दशहरा मेला प्रभारी दर्पण चड्ढा, मनोज बेदी, सुनील वधावन, विकास सेठ, तथा सदस्य महेश गौड़, सुरेन्द्र अरोड़ा, रमेश खन्ना, गोपाल छिब्बर, वीरेंद्र गोस्वामी सहित सभी कमेटियों के प्रभारी तथा सदस्यों ने अतिथि सत्कार कर रंगमंच की सफलता की कामना की।
अंत में श्री रामलीला कमेटी के पूर्व मंत्री श्री घनश्याम खेवडिया एवं कमेटी के वरिष्ठ कलाकार श्री हरीश चंद के निधन पर दो मिनट का मौन रख कर भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर आज की लीला को विश्राम दिया गया ।