हरिद्वार / फिल्म एक्ट्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के खिलाफ सिक्ख समाज ने विरोध जताया। श्री गुरु नानक देव जी धर्म प्रचार कमेटी के सदस्य पेंटागन स्थित वेव सिनेमा पहुंचे और मैनेजर से फिल्म नहीं दिखाने को कहा। कमेटी अध्यक्ष सुब्बा सिंह ढिल्लों ने फिल्म के ट्रेलर को लेकर आरोप लगाया और कहा कि कंगना रनोत की आ रही फिल्म इमरजेंसी को सिनेमा हाल में तब तक नहीं लगने देंगे जब तक कि फिल्म में से आपत्तिजनक दृश्य नही हटाए जाते। फिल्म के ट्रेलर में सिक्खों की बहुत निर्दयी छवि दिखाई गई है जो कि सरासर ग़लत और झूठ है। सिक्खों की छवि को धूमिल किए जाने की एक साजिश किए जाने की कोशिश की गई है।
सचिव अनूप सिंह सिद्धू ने कि कंगना रनौत को सिक्खों की भावनाओं को आहत करने और नेगेटिव छवि दिखाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सिक्खों का योगदान दुनिया ने देखा है पहले और दूसरे लॉकडाउन में भारत और दुनियाभर में सिख समुदाय लोगों की मदद के लिए सबसे आगे थे। संरक्षक बाबा पंडत ने कहा कि सिक्ख समाज लोगों को खाना और शेल्टर मुहैया कराने में सबसे आगे रहे। दिल्ली में जब ऑक्सीजन की किल्लत थी तो सभी गुरुद्वारों से ऑक्सीजन की सप्लाई की गई। दूर-दूर के इलाकों में लोगों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई। कंगना रनौत ने इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। फिल्म में इंदिरा गांधी के कार्यकाल के मुख्य घटनाक्रमों को दिखाया गया है, जिनमें साल 1975 में लगी इमरजेंसी और 1984 के दंगों को भी दिखाया गया है। 14 अगस्त को जैसे ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुए तो विवाद शुरू हो गया और देशभर में अलग-अलग अदालतों में याचिका दाखिल की गईं और कई लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके चलते 6 सितंबर को भी फिल्म की रिलीज टाल दी गई है और सेंसर बोर्ड ने फिल्म से विवादित सीन को हटाने का निर्देश दिया है।
इस अवसर पर सतपाल सिंह चौहान, उज्जल सिंह, बापू जोगिंदर सिंह, विक्रमजीत सिंह, जसकरण सिंह, अभिजीत सिंह, अमरिंदर सिंह, योगराज सिंह, जोगन सिंह, अमरप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह, नवराज सिंह, सोनू सिंह आदि शामिल थे।