पीपीपी मोड से हटने के बाद जिला चिकित्सालय बौराड़ी में बेरोजगार हुए युवाओं का धरना रोजगार की मांग को लेकर 8वें दिन भी जारी रहा। बेरोजगार सरकार से रोजगार की मांग कर रहे हैं। कांग्रेसियों ने मौके पर पहुंचकर इनके धरने को समर्थन देते हुए कहा कि बेरोजगार के हितों से भाजपा सरकार लगातार खेल रही है। पीपीपी मोड में संचालित जिला चिकित्सालय बौराड़ में विगत 5 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे 100 से ज्यादा कर्मचारी अस्पताल के पीपीपी मोड से हटने के बाद यकायक बेरोजगार हो गये। जिससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। यह बेरोजगार रोजगार की मांग को लेकर निरंतर 8वें दिन भी जिला अस्पताल के सामने धरने पर बैठे रहे। धरने को समर्थन देने पहुंचे कांग्रेसियों ने कहा कि जिला चिकित्सालय बौराड़ी नई टिहरी विगत 5 वर्षों से पीपीपी मोड पर हिमालयन अस्पताल जौलग्रांट देहरादून के द्वारा संचालित किया जा रहा था।
हिमालयन अस्पताल ने अस्पताल में वार्ड बॉय, सुरक्षाकर्मी, सफाई नायक ,विद्युत कर्मी और चालक सहित लगभग 100 से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए तैनात किया था। पीपीपी मोड से हटने ही 100 से अधिक लोगों पर यकायक बेरोजगारी की मार पड़ी है। इन बेरोजगारों को लेकर सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है। प्रदेश की भाजपा सरकार बीते 6 सालों से युवाओं के साथ छल कर रही है। जबकि इन बेरोजगारों को सरकार अब आउटसोर्सिंग ऐजेंजी युवा कल्याण के माध्यम से रोजगार मुहैया करवाये। धरने को समर्थन देने वालों में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राकेश राणा, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष आशी रावत, शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप पंवार, देवेंद्र नौडियाल मौजूद रहे। जबकि धरने पर बैठे वालों में दिनेश राणा, जगदीश बर्तवाल, अमरजीत, विनोद कौशल, संजना, भागीरथी, कविता, राहुल, रेखा, भारती, संपत्ति कलूड़ा, अतुल सहित दर्जनों शामिल रहे।