*धूमधाम से दयालबाग़ में मनाया बसन्तोत्सव*
ज्योति एस, आगरा (दयालबाग)। दयालबाग में बसंतोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। प्रातः तीन बजे से ही समस्त प्रेमीजन एवं बच्चे बसंती वस्त्र पहने बहुत ही उत्साह व उमंग लिए खेतों के काम के लिए डेरीबाग़ के निकट पहुंचने शुरु हो गये। खेतों में अमृतपेय (1 कप गर्म मीठा दूध), एक कप चाय-रस्क व केले का परशाद ग्रहण कर खेतों में पहुंच कर निराई का कार्य करने के लिए पहुंचने लगे। ठीक 3:45 बजे आरती एवं प्रातः का सतसंग प्रारम्भ हुआ। परम पिता परम पूज्य हुज़ूर प्रो॰ प्रेम सरन सतसंगी साहब भी आदरणीय रानी साहिबा के साथ खेतों के कार्य में संलग्न रहे।
बसन्त के उपलक्ष्य में खेतों पर ही 3 समुहों, परम आदरणीय रानी साहिबा एवं परिवार के सदस्यों, रा॰ स॰ सभा के सदस्यों एवं डी॰ ई॰ आई॰ के सदस्यों, ने विशेष शब्द पाठ किये। तत्पश्चात् परम पूज्य हुज़ूर प्रो॰ प्रेम सरन सतसंगी साहब ने दया कर परम आदरणीय रानी साहिबा एवं रा धा/धः स्व आ मी सतसंग सभा के अध्यक्ष प्रे॰ भा॰ गुरु सरूप सूद से अपने भाल पर टीका ग्रहण करने की मौज फरमाई तथा परम पूज्य हुज़ूर ने भी दया कर दोनों अपने कर कमलों से टीका लगाया। तत्पश्चात् समस्त उनस्थितजनों को स्वयंसेवकों ने टीका लगाया। खेतों में कार्य पूर्ण होने के बाद समस्त प्रेमी भाई-बहन व बच्चों को वैकुण्ठधाम पर परम पूज्य हुज़ूर प्रो॰ प्रेम सरन सतसंगी साहब एवं आदरणीय रानी साहिबा के तशरीफ लाते ही संत सुपर ह्युमन स्कीम के बच्चों एवं समस्त उपस्थितजनों ने पी॰ टी॰ की, जिसमें विश्वभर के 500 से ज्यादा केन्द्रों पर उपस्थित सतसंगी भाई-बहन व बच्चों ने भी भाग लिया।
पी॰ टी॰ के पश्चात् संत सुपर ह्युमन स्कीम के बच्चों ने रंगारंग एवं मनमोहक नृत्यगान प्रस्तुत किया। जिसके पश्चात् समस्त उनस्थितजनों को परशाद वितरित किया गया।
वैकुण्ठधाम में भी उपस्थित भाई-बहनों ने सफाई, निराई, गुड़ाई का कार्य किया। अन्त में मार्च पास्ट के दौरान परम पूज्य हुज़ूर प्रो॰ प्रेम सरन सतसंगी साहब ने अपनी दया व मेहर भरी दृष्टि से समस्त सतसंगियों को सराबोर किया।
शाम को खेतों का कार्य डेरीबाग़ के पास खेतों का कार्य हुआ खेतों के दौरान ही सतसंग एवं प्रीतिभोज हुआ। रात्री में दयालबाग़ कालोनी एवं डी॰ ई॰ आई॰ के समस्त भवनों पर आकर्षक विद्युत सज्जा की गई।
समस्त कार्यक्रम का देश-विदेश के 500 से अधिक केन्द्रों पर सजीव प्रसारण किया गया जहाँ लाखों लोगों ने कार्यक्रम का आनन्द उठाया व दर्शन लाभ प्राप्त किया।