हरिद्वार के रानीपुर मोड़ के समीप स्थित शिशु विद्या विहार पब्लिक स्कूल में रविवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के नन्हे-मुन्ने कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी, जिसने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ भाजपा नेता और कौशिक पब्लिक स्कूल के चेयरमैन मुकेश कौशिक तथा पार्षद ललित रावत ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर मुकेश कौशिक ने अपने संबोधन में कहा, “शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का सांस्कृतिक विकास भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे आयोजनों से बच्चों में आत्मविश्वास और प्रतिभा का विकास होता है।” वहीं, पार्षद ललित रावत ने कहा, “इस विद्यालय ने हमेशा अपने विद्यार्थियों को सर्वोत्तम शिक्षा और संस्कार देने की दिशा में काम किया है, और इस वार्षिकोत्सव में बच्चों की प्रतिभा देखने लायक है।”
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजन वंदना से हुई, जिसमें सभी ने माँ सरस्वती की पूजा अर्चना की। इसके बाद, नन्हे कलाकारों ने गढ़वाली, पंजाबी, राजस्थानी, बंगाली, होली आदि विभिन्न नृत्य प्रस्तुतियों से सबका ध्यान आकर्षित किया। इन नृत्य प्रस्तुतियों ने विद्यालय की संस्कृति और विभिन्न क्षेत्रीय संस्कृतियों का बखूबी प्रदर्शन किया, जो दर्शकों के लिए एक यादगार अनुभव बन गया।
कार्यक्रम को और भी रोचक बनाने के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और नाटक मंचन का आयोजन किया गया। बच्चों ने महाभारत, दुर्गा स्तुति, और जय जवान जय किसान जैसे ऐतिहासिक और प्रेरणादायक नाटकों का मंचन किया, जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा।
कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय की प्रधानाचार्य नीरु पुंडीर, ए आर सी प्रबंधक प्रमोद जी, भाजपा नेता मुकेश कौशिक, पार्षद ललित रावत,पूर्व प्रधानाचार्य सुरेन्द्र सिंह रौतेला और अन्य अतिथियों ने प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन श्वेता और पुनीता ने किया, जिनके समर्पण से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस मौके पर विद्यार्थियों जैसे हिमांशी, आदित्य, अक्षिता, शौर्य कश्यप, अनिका, अंकित, उज्जल, राधिका, परी, प्रिया, वंश, दिवाकर, अराधना, हर्षिता, और कार्तिक ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीता और खूब तालियां बटोरीं।
इस वार्षिकोत्सव ने यह सिद्ध कर दिया कि शिशु विद्या विहार पब्लिक स्कूल बच्चों के सर्वांगीण विकास में प्रतिबद्ध है और ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को और अधिक निखारा जा रहा है।