हरिद्वार। समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय श्री जी सेवा ट्रस्ट द्वारा एक सराहनीय पहल करते हुए आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बालक-बालिकाओं को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से श्री चेतन ज्योति जूनियर हाई स्कूल में नर्सरी कक्षा में प्रवेश दिलाया गया। ट्रस्ट द्वारा न सिर्फ इन बच्चों का दाखिला कराया गया, बल्कि उनकी यूनिफॉर्म, पुस्तकें और एक माह की फीस भी स्वयं जमा कराई गई। इस अवसर पर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने शिक्षा को जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताया।
कार्यक्रम में ट्रस्ट की संस्थापक अध्यक्ष दिव्या चौधरी ने कहा कि किसी भी समाज की उन्नति शिक्षा से ही संभव है। अगर आज हम वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षित करने की दिशा में प्रयास करें, तो कल ये बच्चे समाज के लिए प्रेरणा बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा से बड़ा कोई दान नहीं होता और इस दिशा में ट्रस्ट लगातार प्रयासरत है।
अध्यक्ष देवकीनंदन शर्मा ने कहा कि बच्चों को शिक्षा देना सिर्फ उनका अधिकार ही नहीं, बल्कि हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी भी है। हमारा प्रयास रहेगा कि आगे भी जरूरतमंद बच्चों को हर संभव सहायता दी जाए ताकि कोई बच्चा केवल आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित न रह जाए।
महासचिव लखन लाल चौहान ने कहा कि ट्रस्ट का उद्देश्य केवल आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि इन बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है। आने वाले समय में बच्चों के लिए खेल, सांस्कृतिक गतिविधियाँ और स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर ट्रस्ट की संस्थापक दिव्या चौधरी, अध्यक्ष देवकीनंदन शर्मा, महासचिव लखन लाल चौहान, सचिव अभिषेक गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुमित चौधरी और सदस्य सुमित मोहन, अंजुल मोहन एवं अमित अग्रवाल उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों के साथ समय बिताया और उन्हें प्रोत्साहित किया।
इस पहल से न केवल बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ा है, बल्कि समाज के अन्य वर्गों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बनकर उभरा है श्री जी सेवा ट्रस्ट।