हरिद्वार 6 फरवरी।
वर्ष 2026 गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा की जन्म शताब्दी वर्ष है और सिद्ध अखण्ड दीपक का भी सौ वर्ष पूरा हो रहा है। इस स्वर्णिम अवसर को अखिल विश्व गायत्री परिवार वृहद् स्तर पर मनाने जा रहा है। इस आयोजन हेतु अग्रिम पंक्ति में कार्य कर रहे देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ चिन्मय पण्ड्या इन दिनों इंग्लैण्ड प्रवास पर हैं। वे एक विशेष आयोजन हेतु लंदन (इंग्लैण्ड) के हाऊस ऑफ पार्लियामेंट पहुंचे और वहाँ उपस्थित मंत्रियों, सदस्यों एवं अधिकारियों को इस स्वर्णिम अवसर पर गायत्री महामंत्र और अखिल विश्व गायत्री परिवार की गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी साझा की। वैदिक परंपरानुसार देवस्थापना के चित्र की स्थापना कर पूजा अर्चना की और विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना किया।
यह पहला मौका है- किसी यूरोपीय देशों की उच्च सदनों में गायत्री परिवार द्वारा देवस्थापना हुई और सर्वे भवन्तु सुखिनः के भाव से प्रार्थना की गयी। आयोजन के दौरान उपस्थित समस्त मंत्रीगण, संसद सदस्य एवं अधिकारीगण पीतवस्त्र धारण किये और गायत्री परिवार के आयोजन में श्रद्धा भाव से शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि यूरोपीय देशों में किसी समाजसेवी संस्था द्वारा यह पहला कार्यक्रम है। युवा आइकॉन डॉ चिन्मय पण्ड्या के नेतृत्व में अखिल विश्व गायत्री परिवार न केवल भारत में वरन् विश्व के अस्सी से अधिक देशों में विस्तार हो रहा है।
हाऊस ऑफ पार्लियामेंट, वेस्टमिंस्टर (लंदन) में आयोजित इस सभा को संबोधित करते हुए युवा आइकॉन डॉ पण्ड्या ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जहाँ गायत्री महामंत्र का गुंजायमान हुआ और शान्तिपाठ का भी सस्वर उच्चारण हुआ। गायत्री परिवार के लिए भी अलौकिक क्षण है। उन्होनें कहा कि यह एक ऐसा स्थान है, जहाँ विश्व के लिए अनेक उपक्रमों का जन्म हुआ है। यहाँ से युगऋषि पूज्य गुरुदेव व वंदनीया माताजी के सद्विचार पूरे देश में फैलेगा। इस दौरान इंग्लैण्ड के मंत्री, संसद सदस्यों आदि को युगऋषि पूज्य गुरुदेव द्वारा संपादित आर्ष साहित्य आदि भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर इंग्लैण्ड के कई मंत्री, सांसद सहित एफआईएल के निदेशक लार्ड रावल, बिशप लूसा, बिशप स्नाइडर, पार्लियामेंट के अनेक अधिकारीगण मौजूद रहे।