हरिद्वार
जिले के प्रत्येक बूथ पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनाई गई जिसमें पंडित दीनदयाल के चित्र पर माल्यार्पण एवं श्रद्धासुमन अर्पित किए। विधानसभा हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र के मंडल उत्तर में बूथ संख्या-48 पर कार्यक्रम में विचार रखते हुए *भाजपा जिला महामंत्री आशु चौधरी* ने पंडित दीनदयाल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन काफी कठिन परिस्थितियों में गुजरा 25 सितम्बर, 1916 को जयपुर से अजमेर मार्ग पर स्थित ग्राम धनकिया में अपने नाना पण्डित चुन्नीलाल शुक्ल के घर जन्मे दीनदयाल उपाध्याय ऐसी ही विभूति थे। श्रद्धये दीनदयाल जी के पिता श्री भगवती प्रसाद ग्राम नगला चन्द्रभान जिला मथुरा उत्तर प्रदेश के निवासी थे। तीन वर्ष की अवस्था में ही उनके पिताजी का तथा आठ वर्ष की अवस्था में माताजी का देहान्त हो गया। श्रद्धये दीनदयाल का पालन रेलवे में कार्यरत उनके मामा ने किया। ये सदा प्रथम श्रेणी में ही उत्तीर्ण होते थे। कक्षा आठ में उन्होंने अलवर बोर्ड, मैट्रिक में अजमेर बोर्ड तथा इण्टर में सर्वाधिक अंक पाये थे। 14 वर्ष की आयु में इनके छोटे भाई शिवदयाल का देहान्त हो गया। 1939 में उन्होंने सनातन धर्म कॉलेज कानपुर से प्रथम श्रेणी में बी.ए. पास किया। यहीं उनका सम्पर्क संघ के उत्तर प्रदेश के प्रचारक श्री भाऊराव देवरस से हुआ। इसके बाद वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए एम.ए. करने के लिए वे आगरा आये पर घरेलू परिस्थितियों के कारण स्नातकोत्तर की पढ़ाई को पूरा नहीं कर पाये। प्रयाग से इन्होंने एल.टी की परीक्षा भी उत्तीर्ण की। संघ के तृतीय वर्ष की बौद्धिक परीक्षा में उन्हें पूरे देश में प्रथम स्थान मिला था। अपनी मामी के आग्रह पर उन्होंने प्रशासनिक सेवा की परीक्षा दी। उसमें भी वे प्रथम स्थान पर रहे तब तक वे नौकरी और गृहस्थी के बन्धन से मुक्त रहकर संघ को सर्वस्व समर्पण करने का मन बना चुके थे। इससे इनका पालन-पोषण करने वाले मामा जी को बहुत कष्ट हुआ। इस पर दीनदयाल जी ने उन्हें एक पत्र लिखकर क्षमा माँगी। वह पत्र ऐतिहासिक महत्त्व का है। हम सभी कार्यकर्ताओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का कार्य करना चाहिए आपके अंतोदय के लक्ष्य को लेकर भारतीय जनता पार्टी राज्य में केंद्र की सरकारी निरंतर कार्य कर रही है इन सभी कार्य योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य हम सभी कार्यकर्ताओं के माध्यम से निरंतर प्रचारित प्रसारित होना चाहिए l इस अवसर पर मनोज कुमार ,प्रमोद नामदेव, विपुल कुमार, इरफान अंसारी, हरेंद्र कुमार, मुकर्रम अंसारी,सुरेश कुमार, पवन कुमार, विशाल चौधरी, विभोर कश्यप, प्रवीण सिंह , नवीन, शालू चौधरी, रानी देवी, वलीन अंसारी, सतीश चौधरी, सुशील चौधरी, दीपेंद्र कुमार, आदि उपस्थित रहे।